Everything about Shiv chaisa
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
Devotees who chant these verses with powerful really like become prosperous with the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to obtain kids, have their wishes fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
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आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
पुत्र shiv chalisa lyricsl हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
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